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सिद्ध मंगल यन्त्र
हिंदू शास्त्रों में मंगल ग्रह को नवग्रहों में सबसे शक्तिशाली माना जाता है। ऐसा कहा जाता है। कि जिस व्यक्ति की कुंडली में मंगल उच्च स्थान पर होता है। उस जातक को वह शुभ फल प्रदान करते है। जैसे हर कार्य में सफलता प्राप्त होती है। और समाज में मान सम्मान में वृद्धि होती है। साथ ही जिस व्यक्ति की कुंडली में मंगल नीच स्थान पर होता है। उस जातकों को अपने जीवन में रोग, शत्रुता, क्रोध, घृणा, हिंसा, पाप, हत्या, दुर्घटना आदि समस्याओं का सामना करना पडता है। मंगल ग्रह की तरह ही मंगल यंत्र भी प्रभावशाली होता है। मंगल यंत्र बहुत ही शक्तिशाली और सहायता करने वाला कवच यंत्र है।
मंगल यंत्र के लाभ -
मंगल यंत्र के प्रभाव से मंगल ग्रह के शुभ प्रभाव में वृद्धि होती है।
मंगल यंत्र आपके कुंडली में अशुभ स्थान में बैठे मंगल के प्रकोप को शांत करता है।
इस यंत्र को अपने घर में स्थापित करने से घर-परिवार में शुभता का आगमन होता है।
यह यंत्र आपके जीवन में होने वाली दुर्घटनाएं, चोट लगना आदि को कम कर देता है।
इस यंत्र द्वारा धन आगमन के रास्ते खुलते है, साथ ही आपको ऋण मुक्त करने में मदद करता है।
जहां मंगल यंत्र को स्थापित किया जाता है। उस जगह को पवित्र व शुद्ध करता है।
इस यंत्र को अपने घर या कारोबार में स्थापित करने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
इस यंत्र का सर्वोत्तम लाभ प्राप्त करने के लिए उचित स्थान पर स्थापित करना आवश्यक है। गलत स्थान पर स्थापित करने से आपको इस यंत्र का लाभ प्राप्त नहीं होगा।
हमारे द्वारा दी गई विधि में आपको बताया जाता है कि मंगल यंत्र किस दिशा मे स्थापित किया जाए जहा इसके प्रभाव में निरंतर वृद्धि हो।
मंगल यंत्र के बारे में अधिक जानकारी के लिए आप हमसे संपर्क कर सकते है।
ॐ रां रामाय नमः श्रीराम ज्योतिष सदन भारतीय वैदिक ज्योतिष और नवग्रह रत्न एवं मंत्र यंत्र तंत्र परामर्शदाता पंडित आशु बहुगुणा मोबाइल नं- 9760924411 https://shriramjyotishsadan.in/Default.aspx https://youtube.com/@AstroAshuPandit?si=BA4arcEU5om86yvR