सिद्ध राहु यंत्र

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सिद्ध राहु यंत्र

ज्योतिषशास्त्र के अनुसार शनि, राहु और केतु ग्रहों को पापी ग्रह माना गया है। इन ग्रहों का किसी जातक की कुंडली में होना अक्सर अशुभ फल ही प्रदान करता है। यदि किसी जातक की कुंडली में स्वामी ग्रह की पापी ग्रह हो तो यह ग्रह उस जातक को शुभ फल प्रदान करता है। अगर हम बात राहु ग्रह की करें तो इस ग्रह को प्रपंच ग्रह के नाम से जाना जाता है। यदि किसी की कुंडली में यह ग्रह अशुभ स्थान पर बैठा हो तो यह जातक के जीवन को अधिक प्रभावित करता है। यदि जन्मपत्रिका में राहु अशुभ स्थान पर विराजमान है।  तो यह आपको मानसिक भय और शारीरिक बीमारियां लग जाती हैं। यदि किसी जातक की कुंडली में पितृदोष या कालसर्पदोष है तो इसके निवारण के लिए यह यंत्र का पूजन काफी उत्तम माना गया है।

राहु यंत्र के लाभ  -

राहु यंत्र अनुसंधान, गोला बारूद से संबंधित कारोबार में लाभकारी होता हैं। 
जिन व्यक्तियों को स्किन संबंधी समस्याएं, मानसिक पीड़ा, स्वप्न में मृत व्यक्तियों का दिखाई देना और मन का दुर्व्यसन की ओर भागना आदि समस्याओं से यह यंत्र निजात दिलाने में सक्षम होता है।
इस यंत्र के प्रयोग से कारोबार में सफलता, शत्रुओं का दमन और हर क्षेत्र में सफलता मिलती है।
इस यंत्र का इस्तेमाल करने से आर्थिक नुकसान, किसी कार्य में अनायास आ जाने वाली बाधाएं भी दूर हो जाती हैं।
राहु यंत्र का शुभ प्रभाव जातक को विदेशों में स्थायी रूप से जाकर बसने में अथवा विदेशों में कार्य करने के लिए जाने जैसे शुभ फल भी प्रदान कर सकता है। 
इंजीनियरों, वकीलों, प्रवक्ताओं, शोधकर्ताओं, अविष्कारकों, खोजकर्ताओं तथा ऐसे अनेक प्रकार के व्यवसायियों को राहु यंत्र का प्रयोग विशेष शुभ प्रभाव प्रदान कर सकता है। क्योंकि इन सभी व्यवसायों पर राहु महाराज की कृपा रहती है।
इस यंत्र के शुभ प्रभाव से जातक का विवाह विदेश में होने के आसार बढ़ जाते हैं और वह विवाह के बाद जातक विदेश में सेटल भी हो सकता है। 

यह राहु यंत्र आपके जीवन में आ रही कोई भी बाधाएं को दूर करता है।

ऐसा माना जाता है। राहु यंत्र  उस स्थान को पवित्र करता है।  जहाँ इस यंत्र को स्थापित किया जाता है। इस राहु यंत्र को  पश्चिम की ओर पूर्व दिशा में लगाना  सर्वोत्तम माना गया  है। इस राहु यंत्र को अपने घर या कारोबार में स्थापित करने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। इस राहु यंत्र का सर्वोत्तम लाभ प्राप्त करने के लिए उचित स्थान पर स्थापित करना आवश्यक है। गलत स्थान पर स्थापित करने से आपको इस राहु यंत्र का लाभ प्राप्त नहीं होगा। राहु यंत्र  को कैसे और कहाँ स्थापित करें ?  इस यंत्र की अधिक जानकारी के लिए आप हमसे संपर्क कर सकते है।

ॐ रां रामाय नमः
श्रीराम ज्योतिष सदन
भारतीय वैदिक ज्योतिष और नवग्रह रत्न एवं मंत्र यंत्र तंत्र परामर्शदाता
पंडित आशु बहुगुणा
मोबाइल नं- 9760924411
https://shriramjyotishsadan.in/Default.aspx https://youtube.com/@AstroAshuPandit?si=BA4arcEU5om86yvR

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