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सिद्ध दस महाविद्या यन्त्र
दस महाविद्याएं असल में आदिशक्ति का ही अवतार है। और ऐसा कहा जाता है। कि इन महाविद्याओं की शक्तियाँ ही पूरे संसार को चलाती है। दस महाविद्या को ज्ञान की देवी के रूप में जाना जाता है। इन सब महाविद्याओं का प्रयोग ज्ञान और शक्ति को प्राप्त करने के लिए किया जाता है। जबकि पराशक्ति जो नित्य तत्व है। और हमेशा वर्तमान स्थिति में रहकर विश्व का संचालन करती है। उसकी उपासना यंत्र रूप में करने पर वह सर्वश्रेष्ठ फल देती है। इन दस महाविद्या काली माता, तारा माता, त्रिपुरसुंदरी माता, भुवनेश्वर, धूमावती, बगलामुखी, मातंगी माता आदि के नाम से जानी जाती है। शास्त्रों में दस महाविद्या का वर्णन किया गया है।
दस महाविद्या यंत्र के लाभ -
यह यंत्र आपको दुर्घटनाओं और नकारात्मक ऊर्जा से सुरक्षा प्रदान करता है।
इस यंत्र की स्थापना करने से आपको अपने कार्य मे सफलता प्राप्त होती है।
अगर आप किसी क़ानूनी विवाद में फंसे है। तो यह यंत्र आपको क़ानूनी मामलो में विजय प्राप्त करने में मदद करता है।
इस यंत्र को घर में स्थापित करने से सुख-समृद्धि और धन में वृद्धि होती है।
जहां दस महाविद्या यंत्र को स्थापित किया जाता है। उस जगह को पवित्र व शुद्ध करता है।
इस यंत्र को अपने घर या कारोबार में स्थापित करने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
इस यंत्र का सर्वोत्तम लाभ प्राप्त करने के लिए उचित स्थान पर स्थापित करना आवश्यक है। गलत स्थान पर स्थापित करने से आपको इस यंत्र का लाभ प्राप्त नहीं होगा।
हमारे द्वारा दी गई विधि में आपको बताया जाता है। कि दस महाविद्या यंत्र किस दिशा मे स्थापित किया जाए जहा इसके प्रभाव में निरंतर वृद्धि हो।
दस महाविद्या यंत्र के बारे में अधिक जानकारी के लिए आप हमसे संपर्क कर सकते है।
ॐ रां रामाय नमः श्रीराम ज्योतिष सदन भारतीय वैदिक ज्योतिष और नवग्रह रत्न एवं मंत्र यंत्र तंत्र परामर्शदाता पंडित आशु बहुगुणा मोबाइल नं- 9760924411