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स्वप्न और जीवन पर इसका प्रभाव

स्वप्न और जीवन पर इसका प्रभाव

सपने तो हम सभी देखतें हैं। और उसे पूरा भी करना चाहते हैं! स्वप्न अच्छे और बुरे दोनों ही प्रकार के हो सकतें हैं।  कुछ स्वप्न हम जल्दी ही भूल जाते हैं। और कुछ तो हमें लम्बे समय तक याद रहतें हैं!

क्यों देखतें हैं। हम स्वप्न ?

क्या होता हैं। इनका मतलब ?

क्या संकेत छिपे हैं हमारे स्वप्न में ?

कैसे हो सकता है। हमारे जीवन पर इसका प्रभाव ?

मानव मस्तिस्क दो भागो से मिलकर बना है। चेतन एवं अवचेतन! चेतन जो जाग्रत है। हमारे दिनचर्या हेतु सभी मेमोरी को संचित करने एवं आवशकता अनुसार इस्तेमाल करने का कार्य करता है! अवचेतन मस्तिस्क सुसुप्त है। जो सूचनाये तत्काल इस्तेमाल की नहीं है। उनको स्टोर करने का कार्य करता है! चेतन को भेजी जा रही लगातार एक सी ही सूचनाएं स्वतः ही अवचेतन को स्थानांतरण हो कर हमारी आदत या habit के रूप में स्टोर हो जाती हैं!

कोई सूचना जिसे हम बहुत महत्व दे रहें हैं। या सामने न होने की वजह से भूल रहें हैं। जिनका हमारे तात्कालिक कर्मो से छोटा या बड़ा संपर्क/ महत्व हो सकता है! ये सभी विचार सोते समय जब चेतन मस्तिस्क कार्यरत नहीं है। उस समय अवचेतन द्वारा द्रश्य के रूप में हमें दिखाई परते हैं!

विचारों से जुड़े होने के कारन ही स्वप्न को भविष्य में हो सकने वाली किसी छोटी या बड़ी घटना का संकेत भी माना जाता है! नींद की अति गहरी अवस्था जहाँ चेतन शून्य होता है । अवचेतन द्वारा स्वप्न रूप में द्रश्य संकेत की प्रबलता एवं शुद्ता उती ही जयादा होती है!

भोर के समय दिखाई दिए स्वप्न, हमारे कर्मो से गहराई से जुड़े होते हैं। जिनका फल हमें जल्दी ही हमारे जीवन में घटना के रूप में दिख जाता है!

स्वप्न फल :-

स्याही देखना – सरकार से सम्मान मिले ।

स्टोव जलाना – भोजन अच्छा मिले ।

संडास देखना – धन वृद्धि हो ।

संगीत देखना या सुनना – कष्ट बढे ।

संदूक देखना – पत्नी सेवा करे , अचानक धन मिले ।

सगाई देखना या उसमे शामिल होना ।

सजा पाना – संकटों से छुटकारा मिलाना ।

सट्टा खेलना – धोखा होने का संकेत ।

सलाद खाते देखना – धन वृद्धि हो ।

सर्कस देखना – बहुत मेहनत करनी पड़े ।

सलाई देखना – मान सम्मान बढे ।

सरसों का साग खाना – बीमारी दूर हो ।

सरसों देखना – व्यापार में लाभ हो ।

ससुर देखना – शुभ समाचार मिले ।

सर कटा देखना – विदेश यात्रा हो ।

सर फटा देखना – कारोबार में हानि हो ।

सर मुंडाना – गृह कलेश में वृद्धि हो ।

सर के बाल झड़ते देखना – क़र्ज़ से मुक्ति मिले ।

ससुराल जाना – गृह कलेश में वृद्धि हो ।

समुद्र पार करना – उनत्ति मिले ।

साइकिल देखना -सफलता मिले ।

साइकिल चलाना – काम में तरक्की मिले ।

साइन बोर्ड देखना – व्यापार में लाभ हो ।

सावन देखना – जीवन में ख़ुशी मिले ।

साडी देखना – विवाह हो , दाम्पत्य जीवन में सुख मिले ।

सारस देखना – धन वृद्धि हो ।

साला या साली देखना – दाम्पत्य जीवन में सुख हो , मेहमान आये , धनवृद्धि हो ।

सागर सूखता देखना -बीमारी आये , अकाल पड़े ।

सारंगी बजाना – अपयश मिले , धन हानि हो ।

साग देखना – अचानक विवाद हो , सावधान रहे ।

साबुन देखना – स्वस्थ्य लाभ हो , बीमारी दूर हो ।

सांप मारना या पकड़ना – दुश्मन पर विजय हो , अचानक धन मिले।

सांप से डर जाना -नजदीकी मित्र से विश्वासघात मिले ।

सांप से बातें करना -शत्रु से लाभ मिले ।

सांप नेवले की लडाई देखना – कोर्ट कचेहरी जाना पड़े ।

सांप के दांत देखना -नजदीकी रिश्तेदार हानि पहुंचाएंगे ।

सांप छत्त से गिरना – घर में बीमारी आये तथा कोर्ट कचहरी में हानि हो ।

सांप का मांस देखना या खाना – अपार धन आये परन्तु घर में धन रुके नहीं ।

सिपाही देखना – कानून के विपरीत काम कारनेका संकेत ।

सिनेमा देखना – समय व्यर्थ में नष्ट हो ।

सिगरेट पीते देखना -व्यर्थ में धन बर्बाद हो ।

सिलाई मशीन देखना – पति पत्नी में झगडा हो ।

सिलाई करना – बिगडा काम बन जाये ।

सियार देखना -धन हानि हो , बीमारी आये ।

सिन्दूर देखना – दुर्घटना की सम्भावना ।

सिन्दूर देवता पर चडाना – मनोकामना पूर्ण हो ।

सीताफल देखना -कुछ समय के बाद गरीबी दूर होगी ।

सीता जी को देखना -मान सम्मान बढे ।

सीमा पार करना -विदेश व्यापार में लाभ हो ।

सिप्पी देखना – उसे देखने पर हानि , उठाने पर लाभ ।

सीना चौडा होना – लोकप्रियता में वृद्धि हो ।

सीड़ी पर चढ़ना – काम में असफलता मिले ।

सुनहार देखना – साथी से धोखा मिले ।

सुटली कमर में बंधना -गरीबी आये , संघर्ष करना पढ़े ।

सुम्भा देखना (लोहे का)- कार्य में सफलता मिले , विवाह हो ।

सुदर्शन चक्र देखना – बईमानी का दंड शीघ्र मिले ।

सुपारी देखना -विवाह शीघ्र हो , मित्रों की संख्या में वृद्धि हो ।

सुनहरी रंग देखना – रुका हुआ धन मिले ।

सुरंग देखना या सुरंग में प्रवेश करना – नया कार्य आरंभ हो ।

सूई देखना – एक देखने पर सुख तथा अनेक देखने पर कष्ट में वृद्धि हो ।

सुलगती आग देखना – शोक समाचार मिले ।

सुन्दर स्त्री देखना – मान सम्मान में हानि हो ।

सुनहरी धूप देखना – सरकार से धन लाभ हो , मान सम्मान बढे ।

सुराही देखना – गृहस्थी में तनाव हो , पति या पत्नी का चरित्र ख़राब हो , रोग दूर हो ।

सुगंध महसूस करना – चमड़ी की बीमारी आये ।

सुनसान जगह देखना – बलवृद्धि हो ।

सूद लेते देखना – मुफ्त का धन मिले ।

सूद देते देखना -धन नाश हो , गरीबी आये ।

सूली पर चढ़ना – चिन्ताओ से मुक्ति हो , शुभ समाचार मिले ।

सूर्य देखना – धन संपत्ति तथा मान सम्मान बढे ।

सूर्य की तरह अपना चेहरा चमकता देखना – पुरस्कार मिले , मान सम्मान बढे ।

सूअर देखना – बुरे कामों में फँसना पड़े , बुरे लोगों से दोस्ती हो तथा मानहानि हो ।

सूअर का दूध पीना – चरित्र खराब हो , जेल जाना पढ़े ।

सूरजमुखी का फूल देखना – संकट आने की सूचना ।

सूर्य चन्द्र आदि का विनाश देखना – मृत्यु तुल्य कष्ट मिले ।

सेम की फली देखना – धन हानि हो परन्तु अच्छा भोजन मिले ।

सेब का फल देखना – दुःख व् सुख में बराबर वृद्धि हो ।

सेंध लगाना – प्रिये वस्तु गुम होना ।

सेवा करना – मेहनत का फल मिलेगा ।

सेवा करवाना – स्वस्थ्य खराब होने के लक्षण है ।

सेहरा बंधना – दाम्पत्य जीवन में कलेश की संभावना ।

सैनिक देखना – साहस में वृद्धि हो ।

सोंठ खाना – धन हानि हो , स्वस्थ्य में सुधार हो ।

सोना देखना – परिवार में बीमारी बढे , धन हानि हो ।

सोना मिलना – धन वृद्धि हो ।

सोना दुसरे को देना – अपनी मुर्खता से दूसरों को लाभ पहुंचाना ।

सोना लुटाना – परेशानिया बढे , अपमान सहना पढ़े ।

सोना गिरवी रखना – बईमानी करे और अपमान हो ।

सोते हुए शेर को देखना – निडरता से कार्य करे , सफलता मिलेगी ।

सोलह श्रृंगार देखना -स्वस्थ्य खराब होने का संकेत ।

स्वप्न में मानिक रत्न देखना – शक्ति तथा अधिकारों में वृद्धि ।

स्वप्न में मोती रत्न देखना – मानसिक शांति मिले ।

स्वप्न में मूंगा रत्न देखना – शत्रु पर विजय मिले ।

स्वप्न में पन्ना रत्न देखना – व्यवसाय में वृद्धि हो ।

स्वप्न में पुखराज रत्न देखना -वैर विरोध की भावना बढे ।

स्वप्न में हीरा रत्न देखना – आर्थिक प्रगति हो ।

स्वप्न में नीलम रत्न देखना – उन्नत्ति हो ।

स्वप्न में गोमेद रत्न देखना – समस्या अचानक आये ।

स्वप्न में लहसुनिया रत्न देखना – मान सम्मान बढे ।

स्वप्न में फेरोज़ा रत्न देखना – व्यवसाय में वृद्धि ।

स्वप्न फल -

शंख बजाना, देखना, सुनना – शुभ समाचार ।

शंकरजी को देखना – सुखो में वृद्धि ।

शरबत देखना – बीमारी दूर हो ।

शतरंज देखना – समय व्यर्थ में बर्बाद हो ।

शराब देखना – बिना कमाया धन मिले ।

शराब पीना – धन वृद्धि हो ।

शमा (दीपक )देखना – मान सम्मान में वृद्धि हो ।

शमा दान देखना – बीमारी दूर हो ।

शहद की मक्खी देखना – धन वृद्धि हो ।

शहद देखना – शुभ कार्यो में रूचि बढे ।

शरीफा खाना या देखना – स्वस्थ्य में लाभ हो ।

शहतूत देखना – अच्छा भोजन मिले ।

शहनाई बजाना या देखना – दुखद समाचार मिले ।

शमशान पर जाना – आयु वृद्धि हो ।

शहर को जाना – धन वृद्धि हो ।

शहर का विनाश देखना – अपना निवास स्थान खाली करना पड़े ।

शव के साथ चलना – भाग्य वृद्धि ।

शरीर की मालिश करना – रोग बढे ।

शमियाना देखना – धन वृद्धि हो ।

श्राद्ध करना – अच्छा समय आने की सूचना ।

शाल ओड़ना -अपयश मिले ।

शार्क मछली देखना – विदेश यात्रा हो ।

शिकार करना – परिवार पर संकट आये ।

शीशा देखना – लम्बी बीमारी आये ।

शीशा तोड़ना – परेशानी आये ।

शेर देखना – शत्रु पर विजय हो ।

शोक मगन होना – घर में उत्सव का आयोजन हो ।

श्रंगार करना – प्रेम प्रसंगों में वृद्धि हो ।

श्रंगार दान टूटना – दांपत्य जीवन में सुख व् सफलता मिले ।

वकील देखना – कठिनाई बढे , झगडा हो ।

वजीफा पाना -काम में असफलता मिले , धनहानि हो ।

वरमाला देखना या डालना -घर में कलेश हो मित्र से लडाई हो ।

वसीयत करना -भूमि सम्बन्धी विवाद हो , घर में तनाव बढे ।

वायदा करना – झूठ बोलने की आदत पढ़े ।

वाह वाह करके हसना -मान सम्मान का ध्यान रखे , शत्रु बदनाम करेंगे ।

वार्निश करना (घर की वस्तुओं पर)- परिवार पर संकट आये, स्वस्थ्य खराब हो ।

वाष्प उड़ते देखना – धनहानि हो , दुर्घटना तथा शारीरिक कष्ट हो ।

विदाई समारोह में भाग लेना – व्यापार में तेजी आये , धन वृद्धि हो ।

विमान देखना – धन हानि हो ।

विस्फोट देखना या सुनना – नया कारोबार शुरू हो , बड़े व्यक्तियों से मुलाकात हो ।

वीणा बजाना (स्वयं द्वारा) – धन धान्य तथा समृद्धि प्राप्त हो ।

वीणा बजाना – शोक समारोह में शामिल होना पड़े , (दूसरो द्वारा)मानसिक कष्ट हो ।

वृद्धा देखना – अशुभ समाचार मिले ।

लंगर खाना या देखना -धन वृद्धि हो ,व्यवसाय में तेजी आये ।

लंगूर देखना -शुभ समाचार मिले ।

लंगोटी देखना -आर्थिक कठिनाईया बढे ।

लकीर खींचना -गृह कलेश बढे , अनावश्यक झगडे हो ।

लटकना या लटकते हुए देखना -सोचा हुआ काम शीघ्र बने , आर्थिक समृद्धि बढे ।

लड़का गोद में देखना (अपना) – धन वृद्धि हो , व्यवसाय में तेजी आये ।

लड़का गोद में देखना (अनजान) – परेशानी बढे ,घर में कलेश हो ।

लड़ना – विद्रोहियों के साथ – देश तथा समाज में अशांति फैले ।

लगाम देखना -मान सम्मान बढे , धन वृद्धि हो ।

लक्ष्मी का चित्र देखना -धन तथा सुख सौभाग्य की वृद्धि हो ।

लहसुन देखना – धन वृद्धि हो परन्तु अन्न व् सब्जी के व्यापार में हानि हो ।

लक्कड़ बाघ देखना – नयी मुसीबतें आने का संकेत ।

लपटें देखना (आग की ) – परिवार में शान्ति बढे , झगडा ख़तम हो ।

लाल आँखे देखना – शुभ फल की प्राप्ति ।

लालटेन जलना – चलते हुए काम में रोड़ा अटके ।

लालटेन बुझाना – अनेक समस्या स्वयं निपट जाये ।

लाट या मीनार देखना -आयु वृद्धि हो , सुख शान्ति बढे ।

लाठी देखना -सुख शांति में वृद्धि हो ,अच्छे सहयोगी मिले ।

लाल टीका देखना -सत्संग से लाभ हो, कामो में सफलता मिले ।

लाल वस्त्र दिखाई देना – धन नाश हो ,खतरा बढे ।

लाल आकाश में देखना -लडाई झगडा व् आतंक में वृद्धि ,धन तथा देश की हानि हो ।

लिबास (अपने कपडे)सफ़ेद देखना – सुख , शान्ति तथा समृद्धि में वृद्धि हो ।

लिबास हरा देखना – धन दौलत बढे , स्वस्थ्य अच्चा हो ।

लिबास पीला देखना -स्वस्थ्य में खराबी आये ,चोरी हो ।

लिबास मैला देखना -धन हानि हो ,खराब समय आने वाला है ।

लिफाफा खोलना -समाज में मानहानि हो , गुप्त बात सामने आये ।

लोहा देखना – काफी मेहनत करने के बाद सफलता मिले ।

लोहार देखना – मान सम्मान बढे , शत्रुओं पर विजय प्राप्त हो ।

लोबिया खाना – धन तथा व्यवसाय में वृद्धि हो ।

लौकी देखना या खाना -शुभ समाचार मिले , धन वृद्धि हो ,नौकरी में पदोंनिती हो ।

जय श्री राम ॐ रां रामाय नम: श्रीराम ज्योतिष सदन, पंडित आशु बहुगुणा, संपर्क सूत्र- 9760924411